Sawan 2025: क्यों करते है शिव जी भस्म का श्रृंगार? जानिए इसके पीछे का राज़।
भगवान शिव भस्म (राख) शरीर पर इसलिए लगाते हैं क्योंकि यह नश्वरता, त्याग और तपस्या का प्रतीक है। भस्म भगवान शिव का एक प्रमुख आभूषण माना जाता है और इसे लगाने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. यह शरीर की नश्वरता और संसार की क्षणभंगुरता की याद दिलाता है, साथ ही यह भी दर्शाता है कि भगवान शिव सांसारिक मोह-माया से परे हैं. यहां कुछ मुख्य कारण दिए गए हैं कि भगवान शिव भस्म क्यों लगाते हैं:

नश्वरता का प्रतीक
भस्म यह दर्शाती है कि यह शरीर नश्वर है और एक दिन राख हो जाएगा।

त्याग का प्रतीक
भगवान शिव एक योगी हैं और भस्म उनके त्याग और वैराग्य का प्रतीक है।

तपस्या का प्रतीक
भस्म शरीर को ठंडा रखती है और तपस्या करने में मदद करती है।

सृष्टि का सार
शिव पुराण के अनुसार, भस्म सृष्टि का सार है और एक दिन पूरी सृष्टि इसी राख में बदल जाएगी।

दुखों और पापों का नाश
भस्म को शिव का एक रूप माना जाता है और इसे लगाने से दुखों और पापों का नाश होता है।

अक्षय पुण्य की प्राप्ति
शिव को भस्म अर्पित करने और इसे लगाने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।

रोगों से मुक्ति
भस्म त्वचा संबंधी रोगों में भी दवा का काम करती है।

शिव का आभूषण
भस्म को महादेव का आभूषण माना जाता है और इसे लगाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।

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