73 साल पुरानी लेकिन Evergreen फ़िल्म, आज भी यूट्यूब पर मचा रही है धमाल और रही है लोगों के दिलों पर राज
पहले के समय की फिल्में भले ही ब्लैक एंड व्हाइट और साधारण ढंग से बनाई जाती थीं, लेकिन उनमें कल्पना और मनोरंजन का ऐसा जादू होता था जिसे आज भी लोग पसंद करते हैं। 73 साल पुरानी एक ऐसी ही फिल्म है, जिसे लोग आज भी यूट्यूब पर बड़े शौक से देखते हैं और उसका charm कभी फीका नहीं पड़ा।

1950 का दशक, दौर और सिनेमा
1950 का दौर भारतीय फिल्मों के लिए बहुत खास था। इस समय बनी फिल्मों में रोमांस, सोशल मैसेज और फैंटेसी का अनोखा मेल दिखता था। थिएटर्स में भीड़ लगी रहती और गाने लोगों की जुबान पर चढ़ जाते थे। निर्देशक भी नए एक्सपेरिमेंट करते थे और दर्शकों को अलग एक्सपीरियंस देखने को मिलता था।

एक अनोखी फिल्म
1952 में एक फिल्म आई, जिसने जादू, प्यार और रोमांच का संगम दिखाया। इसका निर्देशन होमी वाडिया ने किया और यह बसंत पिक्चर्स के बैनर तले बनी। कहानी और डायलॉग्स जे.बी.एच. वाडिया और तेजनाथ झार ने लिखे थे। यह फिल्म थिएटर्स में लंबे समय तक चली।

फिल्म के कलाकार
फिल्म की सबसे बड़ी खासियत थी मीना कुमारी, जिन्होंने राजकुमारी बदर का रोल निभाया। महिपाल ने अलादीन का किरदार किया। इसके अलावा एस.एन. त्रिपाठी, बी.एम. व्यास और राजा सैंडो भी अहम किरदारों में थे। फिल्म की स्टारकास्ट ने लोगों का दिल जीत लिया था।

कहानी की झलक
कहानी मशहूर अरबी लोककथा ‘अरेबियन नाइट्स’ पर आधारित थी। इसमें अलादीन और उसके जादुई चिराग की दास्तां दिखाई गई। जादूगर से टकराव, गुफा में फँसना और फिर जिन्न की मदद से बाहर आना…इन सबने दर्शकों को खूब रोमांचित किया।

फिल्म का संगीत
इस फिल्म का म्यूजिक भी हिट रहा। एस.एन. त्रिपाठी और चित्रगुप्त ने धुनें तैयार कीं। गाने लिखे पंडित चंद, श्याम हिंदी, रमेश चंद्र पांडे और अंजुम जयपुरी ने। इन गानों को मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर, शमशाद बेगम और आशा भोंसले जैसे बड़े गायकों ने आवाज दी।

सफलता और यादें
‘अलादीन और जादू का चिराग’ ने रिलीज़ के बाद बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया। फिल्म अपने बजट से कई गुना ज्यादा कमाई कर पाई। दर्शकों ने रोमांचक कहानी, मीना कुमारी का अंदाज और गानों को खूब पसंद किया। आज भी यह फिल्म यूट्यूब पर देखी जाती है और एक क्लासिक फैंटेसी मानी जाती है।
