Pitru Paksha 2025: इन 5 तरीकों से पाए पितृ का आशीर्वाद, अगर रहे गई कोई चूक तो होगा बड़ा पछतावा
Pitru Paksha 2025: पितृपक्ष इस साल 08 सितंबर 2025 से 21 सितंबर 2025 तक चलेगा। इस दौरान हम अपने पितरों के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान जैसे धार्मिक कर्म करते हैं। इन कर्मों के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, ताकि पितरों का आशीर्वाद मिलता रहे और कोई पितृदोष न लगे।

श्रद्धा से करें श्राद्ध
पितरों के श्राद्ध में हमेशा श्रद्धा और धन्यवाद का भाव होना चाहिए। इन दिनो भूलकर भी घमंड या बेपरवाही से श्राद्ध न करें। क्योंकि पितरों के नाम का गलत इस्तेमाल करना गलत है।

सात्विक भोजन करें
पितृपक्ष में 15 दिन केवल हल्का और शुद्ध खाना ही खाएँ। इस दौरान भारी या अशुद्ध भोजन, बाल-नाखून काटना और ब्रह्मचर्य का पालन इन बातो का पालन करना न तोड़ें।

ब्राह्मण से कराएँ श्राद्ध
श्राद्ध का काम अच्छे ब्राह्मण से ही कराएँ। भोजन और दान में घमंड नहीं दिखाना चाहीएऔर खराब चीजें दान में नहीं देंनी चाहीए।

पितृपक्ष में न करें शुभ कार्य
पितृपक्ष में शादी, घर में प्रवेश, जमीन या घर खरीदना और कुछ नया बनाने जैसे नए काम नहीं करने चाहीए। ऐसे काम करने से पितृदोष लग सकता है।

अपमान न करें
घर में आने वाले गाय, कुत्ता, कौआ का आदर करें। श्राद्ध वाले दिन आने वाले मेहमान को सम्मानपूर्वक भोजन कराएँ।

निष्कर्ष
श्रद्धा, हल्का भोजन, ब्राह्मण से श्राद्ध करना और शुभ कामों से बचना चाहिए। पितरों का सम्मान और सही व्यवहार करने से उनका आशीर्वाद मिलता है।

Disclaimer
यह जानकारी केवल पढ़ने और समझने के लिए है। किसी भी काम या फैसले के लिए हमेशा विशेषज्ञ की सलाह ज़रूर लें।