Teej हो या Rakshabandhan का, लेके जाना है कहीं कुछ ख़ास ? घेवर होना चाइए सबके पास।
Rakshabandhan हो या हो teej, घेवर sawan के मौसम में सबसे लोकप्रिय मिठाई है। पूरे 12 महीनों में से ये सिर्फ sawan के मौसम में ही बनता है। घेवर, एक पारंपरिक राजस्थानी मिठाई है, जो कई प्रकार की होती है, तथा प्रत्येक की अपनी अनूठी विशेषताएं होती हैंइसके अलावा लोग इसे बड़े ही चाब से खाते है । घेवर अब केवल एक प्रकार के न्ही बल्कि अन्य प्रकार के आने लगे है। आइये जानते है उनके बारे में।

सादा घेवर
यह चीनी की चाशनी में डूबा हुआ मूल, कुरकुरा और हल्का शहद के छत्ते जैसा घेवर है।

मावा घेवर
यह एक समृद्ध और सघन संस्करण है, जिस पर मावा (वाष्पित दूध के ठोस पदार्थ) डाला जाता है।

मलाई घेवर
मलाई घेवर

ड्राई फ्रूट घेवर
बादाम और काजू जैसे विभिन्न सूखे मेवों से युक्त, यह एक कुरकुरा बनावट प्रदान करता है।

चॉकलेट घेवर
एक आधुनिक मोड़, चॉकलेट गनाश टॉपिंग के साथ और अक्सर चॉकलेट शेविंग्स या नट्स के साथ गार्निश किया जाता है।

केक घेवर
घेवर को व्हीप्ड क्रीम से सजाया जाता है और कभी-कभी इसे केक की तरह सजाया जाता है।

Disclaimer
यह जानकारी केवल सामान्य ज्ञान और खाद्य विविधता को समझाने के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है। घेवर के प्रकार, उनकी सामग्री, स्वाद और परंपराएं क्षेत्र, संस्कृति, और व्यक्तिगत पसंद के अनुसार भिन्न हो सकती हैं। किसी भी प्रकार की खाद्य एलर्जी या स्वास्थ्य संबंधित प्रतिबंध होने पर घेवर का सेवन करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।इस जानकारी का उद्देश्य किसी विशेष ब्रांड, दुकान या क्षेत्रीय परंपरा को बढ़ावा देना नहीं है।