YJHD: 12 साल पुरानी फिल्म के dialogues कर रहे है, आज भी सबके दिलो पर राज।
ये फ़िल्म 31 मई 2013 में रिलीज़ हुई थी। आज इस फ़िल्म को 12 साल पूरे हो गए है, और इतने सालों बाद भी लोगो के दिल और दिमाग़ पर ये एफ फ़िल्म राज केआर रही है । ये मूवी लोगो को इतनी पसंद आई की ये फ़िल्म re-release हो चुकी है। अब एक बात फ़र्स ये फ़िल्म 46 शहरों में जनवरी 2025 में रिलीज़ हुई थी । फ़िल्म ने 2013 में 188 करोड़ का कलेक्शन किया था, और ये फ़िल्म सिनेमा घरों में ब्लॉकबस्टर हुई थी। आज जब ये फ़िल्म re-release हुई तो 25 करोड़ के कलेक्शन किया । फ़िल्म के एक्टर्स से लेकर उनके dialogues तक लोगो को इस फ़िल्म की हर एक चीज़ बारीकी से याद है तो आज हम कुछ फेमस और दिल को छू जाने वाले डायलॉग्स के बारे में बताने जा रहे है ।

लाइफ में जितना भी ट्राय कर्लो बन्नी कुछ ना कुछ तो छूटेगा ही
यह डायलॉग जिंदगी की हकीकत को बयां करता है — चाहे जितनी भी कोशिश करो, कुछ न कुछ हमेशा अधूरा या छूटा रह जाता है। ये लाइन बताती है कि परफेक्शन की चाह में ज़िंदगी के छोटे-मोटे नुकसान को स्वीकार करना भी ज़रूरी है।

मैं उड़ना चाहता हूँ, गिरना चाहता हूँ, बस रुकना न्ही चाहता
यह डायलॉग जिंदगी में आगे बढ़ने की चाह और जज्बे को बयां करता है। 'मैं उड़ना चाहता हूँ, गिरना चाहता हूँ, बस रुकना नहीं चाहता' — ये शब्द दिखाते हैं कि चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, उम्मीद और हिम्मत के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए। ये लाइन यंग जेनरेशन की उस ऊर्जा और जुनून को दर्शाती है जो अपनी मंज़िल पाने के लिए कभी हार नहीं मानती।"
यह डायलॉग जिंदगी में आगे बढ़ने की चाह और जज्बे को बयां करता है। 'मैं उड़ना चाहता हूँ, गिरना चाहता हूँ, बस रुकना नहीं चाहता' — ये शब्द दिखाते हैं कि चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, उम्मीद और हिम्मत के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए। ये लाइन यंग जेनरेशन की उस ऊर्जा और जुनून को दर्शाती है जो अपनी मंज़िल पाने के लिए कभी हार नहीं मानती।

शादी इस दल चावल फॉर 50 till you die
यह लाइन शादी की जिम्मेदारी और उसमें होने वाले सपोर्ट की मज़ेदार और सीधी बात कहती है ,जैसे शादी में एक-दूसरे के लिए हमेशा साथ देना होता है, चाहे कितना भी वक्त क्यों न बीत जाए।

यादें मिठाई के डिब्बे की ट्रा होती है एक बार खुल गई तो सिर्फ एक टुकड़ा न्ही खाओगे
यह डायलॉग यादों की मिठास और उनकी खुशबू को दर्शाता है। जैसे मिठाई के डिब्बे का ढक्कन खुलते ही हम एक से ज्यादा टुकड़े खाते हैं, वैसे ही एक बार यादें दिल को छू जाएं तो उन्हें बार-बार जीना पड़ता है। ये लाइन यादों की दिलकश और मजबूर करने वाली ताकत को बखूबी बयां करती है।

कही पर पोछने के लिए कहीं से निकालने बाउथ ज़रूरी होता है
यह लाइन जिंदगी के उतार-चढ़ाव को दर्शाती है — कुछ पाने के लिए कुछ खोना या निकालना ज़रूरी होता है। हर सफलता के पीछे एक त्याग या संघर्ष होता है।

ख़ुद पर दया करना बंद करो और ख़ुद से प्यार करना सीखो
यह डायलॉग हमें खुद से प्यार करने और आत्म-सम्मान रखने की प्रेरणा देता है। जब हम अपनी कमजोरियों पर तरस खाना छोड़ देते हैं और खुद को अपनाना सीखते हैं, तभी असली बदलाव आता है।

कुछ लोगो के साथ वक्त बितान से सब कुछ सही हो जाता है ।
यह वाक्य उन खास रिश्तों की अहमियत को दर्शाता है जो हमें मानसिक और भावनात्मक मजबूती देते हैं। जब हम अपने करीबियों के साथ समय बिताते हैं, तो उनकी मौजूदगी और समझदारी हमारे दुख दर्द को कम कर देती है और ज़िंदगी के मुश्किल पलों में सहारा बन जाती है।