भगवान शिव भस्म (राख) शरीर पर इसलिए लगाते हैं क्योंकि यह नश्वरता, त्याग और तपस्या का प्रतीक है। भस्म भगवान शिव का एक प्रमुख आभूषण माना जाता है और इसे लगाने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. यह शरीर की नश्वरता और संसार की क्षणभंगुरता की याद दिलाता है, साथ ही यह भी दर्शाता है कि भगवान शिव सांसारिक मोह-माया से परे हैं. यहां कुछ मुख्य कारण दिए गए हैं कि भगवान शिव भस्म क्यों लगाते हैं:
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Kanwar Yatra 2025: कांवड़ यात्रा की तैयारी कर रहे हैं? Kanwar Yatra 2025: कांवड़ यात्रा की तैयारी कर रहे हैं? इन जरूरी बातों का रखे ध्यान ?
by Ananya verma
written by Ananya verma
कांवड़ यात्रा (Kawad Yatra) की योजना बना रहे हैं तो कुछ महत्वपूर्ण नियमों का ध्यान रखना ज़रूरी है। मुख्य बातें हैं: कांवड़ को पवित्र रखना, सात्विक भोजन करना, ब्रह्मचर्य का पालन करना, और यात्रा के दौरान शांत रहना। यह यात्रा केवल बाहरी यात्रा नहीं है, यह आंतरिक यात्रा भी है जो धैर्य, सेवा और समर्पण सिखाती है। नियम और सावधानियां:
sawan 2025: सावन में भूलकर भी ना पहने इस रंग के कपड़े। जानिए क्यों ?
by Ananya verma
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सावन के महीने में भगवान शिव पृथ्वी पर अवतरित होकर अपने ससुराल और वहाँ उनका स्वागत जल अभिषेक से किया ज्ञ था । माना जाता है की प्रत्येक वर्ष सावन के महीने में भगवान शिवा अपने ससुराल यानी पृथ्वी पर आते है। सावन के महीने में भगवान विष्णु योग निंद्रा में चले जाते है । इसलिए ये समय भक्तों और साधु संत सभी के लिए अमूल्य होता है । रंगों का हमारे जीवन में काफ़ी महत्वत है और इस महीने भी कुछ रंग ऐसे है जो हमे धारण नहीं करने चाइए आइए जानते है कौनसे है वो रंग ।
जैसा की हम सबको पता है, sawan 11 जुलाई से शुरू हो चुके है। और सब ही भक्त भगवान शिव की भक्ति में लीन होकर उनके पूजा, अर्चना और आराधना कर रहे है। सावन के पवित्र महीने के दौरान, भगवान शिव के सम्मान में कई लोकप्रिय शिव भजन गाए या बजाए जाते हैं। हम आपके लिए लेके आए है भगवान शिव के कुछ ऐसे भजन जिन्हें सुनके आपका दिल ख़ुशी से झूम उठेगा और भगवान शिव की माया में आप खो जाएँगे।