Sawan 2025: इस बार सावन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि शनिवार को पड़ रही है इस दिन आडल योग का भी दुर्लभ निर्माण हो रहा है, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह एक अशुभ योग है,इस दिन सारे शुभ काम वर्जित होते हैं, ऐसे में हमें सूर्य पुत्र शनि की पूजा करनी चाहिए आइए जानते हैं इसके बारे में…
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Sawan 2025: क्यों करते है शिव जी भस्म का श्रृंगार? जानिए इसके पीछे का राज़।
भगवान शिव भस्म (राख) शरीर पर इसलिए लगाते हैं क्योंकि यह नश्वरता, त्याग और तपस्या का प्रतीक है। भस्म भगवान शिव का एक प्रमुख आभूषण माना जाता है और इसे लगाने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. यह शरीर की नश्वरता और संसार की क्षणभंगुरता की याद दिलाता है, साथ ही यह भी दर्शाता है कि भगवान शिव सांसारिक मोह-माया से परे हैं. यहां कुछ मुख्य कारण दिए गए हैं कि भगवान शिव भस्म क्यों लगाते हैं:
Tuesday और Thursday को क्यों नहीं काटने चाहीए बाल ? जानिए कारण।
हिंदू परंपरा में,ग्रहों के प्रभाव के बारे में मान्यताओं के कारण अक्सर मंगलवार और गुरुवार को बाल नहीं कटवाने की सलाह दी जाती है । मंगलवार का दिन मंगल ग्रह से जुड़ा है, जबकि गुरुवार का दिन बृहस्पति से जुड़ा है। ऐसा माना जाता है कि इन दिनों बाल कटवाने से ऊर्जा का प्राकृतिक प्रवाह बाधित होता है और नकारात्मक परिणाम सामने आते हैं।यहां 7 कारण दिए गए हैं कि हिंदू धर्म में मंगलवार और गुरुवार को बाल क्यों नहीं कटवाए जाते हैं:
Sawan 2025: एक बार फिर आया सावन लेकर अपने साथ बरसात, चलेगी इसकि बौछार 11 जुलाई से 9 अगस्त तक।
हर साल की तरह, एक बार फिरसे लौट आया सावन का त्योहार। ये त्योहार सिर्फ़ पूजा और अर्चना का ही न्ही बल्कि , हसी, ख़ुशी , खेल और यहाँ तक की महिलाओं के लिए सजने स्वरने का मौक़ा भी होता है । तो आइये जानते है , कि इस सावन कैसे भगवान शिव की पूजा और आराधना करी जाए ,पूजा करते समय किन बातों को खास ध्यान रखना चाहिए, ख़ान पिन में किन मूल बातों का ध्यान रखे और साथ ही हम आपको बतायेंगे सावन से जुड़े अन्य त्योहारों के बारे में चलिए जानते है और इन सब बातों पर प्रकाश डालते है ।